ब्लॉग बुलेटिन नाम का देखा मैने ब्लॉग
मन माफिक ही टिप्पणी रखता अपने पास
रखता अपने पास,अथित भी सदा बुलाता
मगर अथित का मान नही यह रख है पाता
बचना इससे यार ,भूल कर अथित न बनाना
अगर हिट हो गई पोस्ट ,उसे फिर वहां न दिखना
vijay
मन माफिक ही टिप्पणी रखता अपने पास
रखता अपने पास,अथित भी सदा बुलाता
मगर अथित का मान नही यह रख है पाता
बचना इससे यार ,भूल कर अथित न बनाना
अगर हिट हो गई पोस्ट ,उसे फिर वहां न दिखना
vijay
विजय जी,.....मुझे भी अच्छा नही लगा,.....ऐसा करके उन्हों ने अपनी छोटी मानसिकता का परिचय दिया है,
जवाब देंहटाएंMY RECENT POST,,,,काव्यान्जलि ...: बेटी,,,,,
MY RECENT POST,,,,फुहार....: बदनसीबी,.....
danyavaad dhiir jii
जवाब देंहटाएंइस सन्दर्भ में तुलसी दास ने बहुत सही कहा है ..
जवाब देंहटाएंआवत ही हरषे नहीं नैनन नहीं स्नेह
तुलसी तहां न जाइए कंचन बरसे मेह
मेरे पोस्ट आइये स्वागत है,आपका ,,,,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST ,,,,, काव्यान्जलि ,,,,, ऐ हवा महक ले आ,,,,,